भारत की स्वतंत्रता
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
भारत की स्वतंत्रता 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजो के भारत छोडने को कहा जाता है। इस दिन दिल्ली के लाल किले पर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने भारत का राष्ट्रीय ध्वज फराहा के स्वाधीनता का ऐलान किया।
भारत के स्वाधीनता संग्राम की शुरुआत 1857 मे हुए सिपाही विद्रोह को माना जाता है। स्वाधीनता के लिए हजारो लोगो ने जान की बली दी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1830 कांग्रेस अधिवेशन मे अंग्रेजो से पूर्ण स्वराज की मांग की थी।
अनुक्रमणिका |
[बदलें] भारत का विभाजन
[बदलें] भारत के पहले राज्य
[बदलें] भारत के पहले पदाधिकारी
- प्रधानमंत्री, external affairs, Commonwealth Relations, वैज्ञानिक शोध मंत्री - जवाहर लाल नेहरु
- खाद्य और कृषी मंत्री - डॉ राजेन्द्र प्रसाद
- न्याय मंत्री - डॉ भीमराव रामजी अंबेडकर
- मंत्री - सर गोपाल स्वामी अय्यंगर
- शिक्षा मंत्री - डॉ मौलाना कलाम अज़ाद
- वाणिज्य मंत्री - कुंवरजी होरमुसजी भाभा
- finance मंत्री - सर आर. के. शन्मुखम चेट्टी
- खाद्य और कृषी मंत्री - जयराम दास दौलताराम
- कार्य, खादान और उर्जा मंत्री - नाहर विष्णु गाडगील
- स्वास्थ मंत्री - राजकुमारी अमृत कौर
- संचार मंत्री - रफी अहमद कीडवाई
- रेल और यातायात मंत्री - डॉ जॉन मत्थाई
- उधोग और आपूर्ती मंत्री - डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी
- रेफ्यूजी और बहाली मंत्री - क्षीतीज चंद्र नीयोगी
- गृह, सुचना और प्रसारण, राज्य और उप-प्रधानमंत्री - सरदार वल्लभ भाई पटेल
- श्रम मंत्री - जगजीवन राम
- रक्षा मंत्री - सरदार बलदेव सिंह