आत्मा
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आत्मा शरीर के भीतर की वह शक्ति है जिसके द्वारा किसी प्राणी के जीवन का संचालन होता है। हिंदू मान्यता के अनुसार आत्मा परमात्मा का अंश होता है।
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[संपादित करें] उदाहरण
- आत्मा अमर है और शरीर नश्वर। जीवन-मरण के चक्र में आत्मा पुनः नये-नये शरीर धारण करती है। आत्मा का प्रमाण जीवित व मृत शरीरों के अन्तर से मिलता है। दोनों में केवल आत्मा की उपस्थिति का ही अन्तर है।
- आत्मा निराकार व निर्विकार है। यही कारण है कि अनेकानेक वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग करने पर भी आत्मा के अस्तित्व को प्रमाणित नही किया जा सका है।
- जिस प्रकार हमारे चारों और अनेकानेक विद्युत-चुम्बकीय तरंगें हमेशा ही विभिन्न संदेशों का संचरण करती रहती हैं, परन्तु हमारी स्थूल ज्ञानेन्द्रियों द्वारा उनका आभास नही हो पाता। वैसे ही आत्मा, परमात्मा, व इनके मध्य होने वाले संवाद का अनुभव स्थूल ज्ञानेन्द्रियों व अभी तक बने यंत्रों के माध्यम से होना संभव नही है।
[संपादित करें] मूल
- आत्मा संस्कृत मूल का शब्द है।
[संपादित करें] अन्य अर्थ
- प्राण
- जीव
[संपादित करें] संबंधित शब्द
- जीवात्मा
- परमात्मा
- धर्मात्मा
- महात्मा
- मृतात्मा
- प्रेतात्मा
[संपादित करें] हिंदी में
- आत्मा
[संपादित करें] अन्य भारतीय भाषाओं में निकटतम शब्द
- रूह (उर्दु)