तमिल नाडु
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
|
||||
---|---|---|---|---|
![]() |
||||
राजधानी | चेन्नई | |||
भाषाएँ | तमिल | |||
राज्यपाल | सुरजीत सिंह बरनाला | |||
मुख्य मंत्री | करुणानिधि | |||
क्षेत्रफल | 1,30,058 कि.मी.२ | |||
जनसंख्या
|
6,21,10,839 |
|||
साक्षरता
|
??? % |
तमिलनाडु (तमिल: தமிழ்நாடு सहायता·सूचना) भारत का एक प्रान्त है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई है । तमिलनाडू के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर मदुरै, त्रिचि, कोयम्बतूर । इसके पड़ोसी राज्य आँध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल है । तमिलनाडू में बोली जानेवाली भाषा तमिल है । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करुणानिधि और राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला हैं ।
अनुक्रमणिका |
[बदलें] नामाकरण
ब्रिटिश शाशनकाल में यह प्रांत मद्रास प्रेसिडेंसी का हिस्सा था । आजादी के बाद मद्रास प्रेसिडेंसी को विभिन्न हिस्सों में बांट दिया गया, जिसका परिणाम मद्रास तथा अन्य राज्यों में हुआ । 1968 में मद्रास प्रांत का नाम बदलकर तमिलनाडु कर दिया गया ।
तमिलनाडु शब्द तमिळ भाषा के तमिल तथा नाडु (நாடு) यानि घर या वासस्थान, से मिलकर बना है जिसका अर्थ तमिलों का घर या तमिलों का देश होता है ।
[बदलें] इतिहास
तमिलनाडु का इतिहास काफी प्राचीन है । यह उन गिने चुने इलाकों में से एक है जो प्रागैतिहासिक काल से अब तक लगातार वसित या आबाद है । अत्यारंभ से यह तीन प्रसिद्ध राजवंशों की कर्मभूमि रही है - चेर, चोल तथा पांड्य । तमिलनाडू के प्राचीन संगम साहित्य में, यहां के तत्कालीन राजाओं, राजकुमारों तथा उनके प्रशंशक कवियों का बारम्बार विवरण मिलता है । विद्वान तथा विशेषज्ञ एसा मानते हैं कि, यह संगम साहित्य इसोत्तर (इसा-पश्चात) की आरंभिक कुछ सदियों का है । आरंभिक चोल, पहली सदी से लेकर चौथी सदी तक सत्ता के मुख्य अधिपति रहे । इनमें सर्वप्रमुख नाम करिकाल चोल (तमिल - கரிகால சோல (तमिल हिज्जे की शुद्धता अपूर्ण हो सकती है )) है, जिसने अपने साम्राज्य को कांचीपुरम् तक पहुंचाया । चोलों ने वर्तमान तंजावुर जिला तथा तिरुचिरापल्ली जिला तक अपना साम्राज्य विस्तृत किया तथा सैन्य कर्मों में महारथ हासिल किया । अपने यौवन काल में चोलों ने दक्षिण में श्री लंका तथा उत्तर में कई सौ कि.मी. तक अपना प्रभुत्व कायम किया । तीसरी सदी तक कालभ्रों के आक्रमण से चोलों का पतन आरंभ हो गया । कालभ्रों को छठी सदी तक, उत्तर में पल्लवों तथा दक्षिण में पांड्यों ने हराकर बाहर कर दिया ।
[बदलें] मंदिर निर्माण
580 ई० के आसपास पांड्य शाशक, जो मंदिर निर्माण में निपुण निकले, सत्ता के प्रमुख हो गए और अगले 150 सालों तक राज संभाला । कांचीपुरम् उनका प्रमुख केंद्र रहा । द्रविड़ स्थापत्य इस समय अपने चरम पर था ।
9वीं सदी में चोलों का पुनरोदय हुआ । राजाराजा चोल तथा उसके पुत्र राजेंद्र चोल के नेतृत्व में चोल एशिया के प्रमुख साम्राज्यों में गिना जाने लगा । उनका साम्राज्य बंगाल तक फैल गया । राजेंद्र चोल की नौसेना ने बर्मा (म्यानमार ), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सुमात्रा, जावा, मलय तथा लक्षद्वीप तक पर अधिपत्य जमाया । चोलों ने भी भुवन (मंदिर) निर्माण में प्रवीणता हासिल की । तंजावुर का वृहदेश्वर मंदिर इसका सुंदरतम उदाहरण है 14वीं सदीा के आरंभ में पांड्य फिर प्रभुत्व में आए, पर अधिक दिनों तक टिक नहीं सके । उन्हें उत्तर के मुस्लिम खिलजी शाशकों ने हरा दिया । मदुरई को लूट लिया गया ।
16वीं सदी के मध्य में विजयनगर साम्राज्य के पतन के बाद कुछ पुराने मंदिरों का पुनर्निमाण किया गया ।
[बदलें] संस्कृति
तमिल सभ्यता विश्व की पुरातनतम सभ्यताओं में से एक है । तमिल यहां की आधिकारिक भाषा है और हाल में ही इसे जनक भाषा का दर्जा मिला । तमिळ भाषा का इतिहास काफी प्राचीन है, जिसका परिवर्तित रूप आज सामान्य बोलचाल में प्रयुक्त होता है ।
तमिलनाडु की सांस्कृतिक विशेषता तंजावुर के भित्तिचित्र, भरतनाट्यम्, मंदिर-निर्माण तथा अन्य स्थापत्य कलाएं हैं ।
[बदलें] साहित्य
संत कवि तिरूवल्लुवर का तिरूक्कुरल (तमिल - திருக்குறள் ), प्राचीन तमिल का सर्वप्रसिद्ध ग्रंथ है । संगम साहित्य, तमिल के साहित्यिक विकास का दस्तावेज है । तमिल का विकास 20वीं सदी के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी काफी तेजी से हुआ ।
[बदलें] संगीत
कर्नाटक संगीत यहां की मुख्यधारा संगीत-विधा है ।
[बदलें] नृत्य
भरतनाट्यम् काफी लोकप्रिय और प्रसिद्ध है ।
[बदलें] राजनीति
तमिल नाडु में द्विसदनात्मक लोकतंत्र था, जिसे 1986 में अन्य कई भारतीय राज्यों की तरह, एकसदनात्मक कर दिया गया ।
लोकसभा की सीट - 39
विधानसभा - 234
[बदलें] जिले
इस तमिल बहुल राज्य में 30 जिले हैं :
- ईरोड जिला
- कृष्णगिरि जिला
- कन्याकुमारी जिला
- करुड़ जिला
- कोयम्बटूर जिला
- कुड्डलोर जिला
- कांचीपुरम् जिला
- चेन्नई जिला
- डिंडिगुल जिला
- तिरुचिरापल्ली जिला
- तिरूनेलवेली जिला
- तिरूवनामलई जिला
- तिरूवरुर जिला
- तिरूवल्लुर जिला
- तूतूकुड़ी जिला
- तेनी जिला
- तंजावुर जिला
- धर्मपुरी जिला
- नागापट्टनम् जिला
- नीलगिरि जिला
- नमक्कल जिला
- मदुरई जिला
- पेराम्बुर जिला
- पुडुकोट्टई जिला
- रामनाथपुरम् जिला
- वेल्लोर जिला
- विलुप्पुरम् जिला
- विरुधुनगर जिला
- सलेम जिला
- शिवगंगा जिला
[बदलें] प्रसिद्ध व्यक्ति
- राष्ट्रपति अब्दुल कलाम
- मणिरत्नम्
- कमल हसन
- बालाजी
ये लेख अपनी प्रारम्भिक अवस्था में है, यानि कि एक आधार है। आप इसे बढाकर विकिपीडिया की मदद कर सकते है।
भारतीय संघ के राज्य | ![]() |
---|---|
अरुणाचल प्रदेश | असम | उत्तर प्रदेश | उत्तरांचल | उड़ीसा | आंध्र प्रदेश | कर्नाटक | केरला | गोआ | गुजरात | छत्तीसगढ़ | जम्मू और कश्मीर | झारखंड | तमिलनाडू | त्रिपुरा | दिल्ली | नागालैंड | पश्चिम बंगाल | पंजाब | बिहार | मणिपुर | मध्य प्रदेश | महाराष्ट्र | मिज़ोरम | मेघालय | राजस्थान | सिक्किम | हरियाणा | हिमाचल प्रदेश | |
केन्द्रीय सरकार द्वारा शासित संघ-शासित प्रदेश: अंदमान और निकोबार द्वीप | चंडीगढ़ | दमन और दीव | दाद्रा और नगर हवेली | पॉण्डिचेरी | लक्षद्वीप |
भारत के प्रान्त और संघ राज्यक्षेत्र | |
---|---|
प्रान्त | आंध्र प्रदेश • अरुणाचल प्रदेश • असम • बिहार • छत्तीसगढ़ • गोआ • गुजरात • हरियाणा • हिमाचल प्रदेश • जम्मू और कश्मीर • झारखंड • कर्नाटक • केरला • मध्य प्रदेश • महाराष्ट्र • मणिपुर • मेघालय • मिज़ोरम • नागालैंड • उड़ीसा • पंजाब • राजस्थान • सिक्किम • तमिल नाडु • त्रिपुरा • उत्तराखण्ड • उत्तर प्रदेश • पश्चिम बंगाल |
संघ राज्यक्षेत्र | अंदमान और निकोबार द्वीप • चंडीगढ़ • दादरा और नागर हवेली • दिल्ली • दमन और दीव • लक्षद्वीप • पॉण्डिचेरी |