मराठा साम्राज्य
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
मराठा साम्राज्य की नींव छत्रपति शिवाजी ने १६७४ में डाली। उसने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया। यह साम्राज्य १८१८ तक चला, और लगभग पूरे भारत में फैल गया।
[बदलें] छत्रपति शिवाजी के वंशज
- छत्रपति शिवाजी (1630-1680)
- छत्रपति सम्भाजी (1657-1689)
- छत्रपति राजाराम (1670-1700)
- छत्रपति शाहु (शिवाजी 2, सम्भाजी का पुत्र)
- छत्रपति रामराज (छत्रपति राजाराम का पौत्र - महारानी ताराबाई)
[बदलें] कोल्हापुर वंश
- महारानी ताराबाई (छत्रपति राजाराम की रानी)
- छत्रपति सम्भाजी (छत्रपति राजाराम का दूसरी पत्नी से पुत्र)
- छत्रपति शाहु ४ (कोल्हापुर)
[बदलें] पेशवा
- बालाजी विश्वनाथ
- बाजीराव the first (brother Chimnaji Appa)
- बालाजी बाजीराव (brother Raghunathrao, Cousin Sadashivrao-bhau)
- पेशवा माधवराव (elder brother Vishwasrao)
- नारायणराव पेशवा (younger brother of Madhavrao, murdered by uncle)
- रघुनाथराव पेशवा (uncle of Narayanrao, ousted in coup named "Barbhai" conspiracy)
- सवाई माधवराव पेशवा (son of Narayanrao)
- बाजीराव २ (son of Raghunathrao)
- अमृतराव पेशवा (brother of Bajirao the second, for a short period during Yashwantrao holkar's siege of Pune, Bajirao reinstated by British later)
- नाना साहिब पेशवा the second (adopted son of Bajirao the second, lived in Uttar Pradesh in exile)