ओपेन सोर्स सॉफ्टवेर
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ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर
[बदलें] इस लेख को क्यों पढ़ें
इक्कीसवीं शताब्दी में बौधिक सम्पदा अधिकारों की महत्वपूण भूमिका रहेगी| ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर का बौद्धिक सम्पदा अधिकार से अलग तरह का रिश्ता है इसीलिये इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता, हो सकता है कि आने वाले कल में, सूचना प्रोद्योगिकी की दिशा इसी पर निर्भर करे| इसीलिये ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर को जानना, इसके महत्व को समझना, तथा इसके एवं बौधिक सम्पदा अधिकार के साथ रिश्ते को आत्मसात करना नितान्त आवश्यक है|
[बदलें] ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर के बारे में गलतफ़हमी
आप यह भी न सोंचे कि ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर केवल कम्प्यूटर वैज्ञानिकों के लिये है पर आम व्यक्ति के लिये नहीं है| यह कुछ साल पहले ठीक हो सकता था, पर आज नहीं| मैं कोई कम्प्यूटर वैज्ञानिक नहीं हूं पर मेरे कम्प्यूटर मे कोई भी मालिकाना (Proprietary) सौफ्टवेयर नही है| आज की तारीख में ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर में औफिस में होने वाले सारे कार्य करना, लिखना, इन्टरनेट पर जाना, तरह तरह के पावरपाइंट Presentation देना, गाने सुनना, DVD देखना, ब्लौग करना, या और कुछ जो कि हम सब करना चाहते हैं उतना ही सरल है जितना कि मालिकाना सौफ्टवेयर में| सबसे अच्छी बात है यह है कि बौधिक सम्पदा अधिकारों (Intellectual Property Rights) की कोई झन्झट नहीं तथा इसमें काम करने से आम व्यक्ति को पैसे खर्चा करने से मुक्ति और सौफ्टवेयर की चोरी का कोई सवाल नही|
इस लेख को समझने के लिये कमप्यूटर ज्ञान की आवश्यकता नहीं है यह लेख वास्तव में आम व्यक्ति के लिये है| यह ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर के साथ, उससे जुड़े कानूनी मुद्दों की तरफ आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता है जिसके बारे में हम ध्यान नहीं दे रहें हैं कहीं ऐसा न हो कि जब हम ध्यान देने की बात सोंचे तब बहुत देर हो जाय| इसलिये यदि आप कम्प्यूटर विज्ञान से सम्बधं नहीं रखते हों तो आप यह न सोंचे कि यह लेख आपके लिये नही है|
आप यह भी न सोंचे कि यह आपके समझ मे नहीं आयेगा| मैं कम्प्यूटर पर काम तो करता हूं पर कम्प्यूटर वैज्ञानिक नही हूं, न ही मुझे कम्प्यूटर के बारे में कोई जानकारी है| इस लेख में कोई भी ऐसी बात नहीं है जो एक आम व्यक्ति न समझ सके|
[बदलें] सौफ्टवेयर क्या है और कैसे सुरक्षित होता है
यह यहां [[1]] देखें
[बदलें] फ्री या कॉपीलेफ्टेड या जीपीएल्ड सॉफ्टवेर क्या होता है
यह यहां [[2]] देखें।
[बदलें] ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर क्या है
फ्री सॉफ्टवेयर के लिये पैसा नहीं लिया जा सकता है। यदि सौफ्टवेयर के लिये पैसा नहीं मिलेगा तो काम कैसे चलेगा| तब व्यापारी वर्ग को ऐसा लगा कि फ्री सौफ्टवेयर बेकार है और उन्होंने इसे अपने से बहुत दूर रखा| हालांकि फ्री सौफ्टवेयर से भी पैसा कमाया जा सकता है लेकिन उसका तरीका कुछ अलग है, परन्तु फ्री सौफ्टवेयर पर कुछ ऐसा ठप्पा लग गया कि व्यापारी वर्ग उन दूसरे तरीकों को भी अपनाने से दूर रहने लगे| 1997 में फ्री सौफ्टवेयर में उत्साही लोगों ने सैन-फ्रांसिस्को में एक मीटिंग की तथा ओपेन सोर्स ईनिशियेटिव (Open Source Initiative) (OSI) (ओ.एस.आई.) नाम की सार्वजनिक कारपोरेशन बनायी| इसमें १० मार्ग दर्शक सिद्धांत बनाये गये| और यदि सौफ्टवेयर का लाइसेंस उन १० शर्तो को सन्तुष्ट करता हो तो ऐसे सौफ्टवेयर को उन्होंने ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर की संज्ञा दी| इन १० मार्ग दर्शक सिद्धांतो में मुख्य ३ निम्न हैं:
- सौफ्टवेयर का सोर्सकोड प्रकाशित होना चाहिये;
- सौफ्टवेयर के लिये कोई भी रायल्टी नहीं ली जा सकती है;
- सोर्सकोड को संशोधित करने की सभी को स्वतंत्रता रहेगी|
ओ.एस.आई. ने अपने मार्ग दर्शक सिद्धांतों के अंतर्गत तरह-तरह के लाइसेंसों का मुआयना किया और करीब ५८ लाइसेंसो के लिये कहा कि वह 10 मार्ग दर्शक सिद्धांतों को सन्तुष्ट करते हैं जो भी सौफ्टवेयर इन लाइसेंसो के अंतर्गत प्रकाशित किये जाते हैं उन्हें ही ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर कहा जाता है|
ओ.एस.आई. के द्धारा चिन्हित लाइसेन्सों के एक छोर पर जीपीएल्ड लाइसेंस है जो किसी भी सौफ्टवेयर को सबसे ज्यादा कापीलेफ्ट करता है| ओपेन सोर्स सौफ्टवेर लाइसेन्सों में यह सबसे लोकप्रिय भी है| दूसरे छोर पर बरकले सौफ्टवेयर डिस्ट्रीब्यूशन (Berkeley Software Distribution) (बी.एस.डी.) है| जिसके अंतर्गत प्रकाशित किये हुये सौफ्टवेयर को आप संशोधित कर, अपने स्वामित्व में ले सकते हैं| बाकी सारे चिन्हित किये गये लाइसेंस में इन दो किनारों के बीच में हैं तथा अलग-अलग स्तर तक सौफ्टवेयरों को कौपीलेफ्ट करते हैं|
केवल सोर्सकोड प्रकाशित किये जाने पर सौफ्टवेयर को ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर नहीं कहा जा सकता जब तक कि उस सौफ्टवेयर का लाइसेंस ओ.एस.आई. की दसों मार्ग दर्शक सिद्धांतो को भी न सन्तुष्ट करे| इसका अपना लोगो भी है जिन सौफ्टवेयर में ओ.एस.आई. का लोगो लगा होता है इसका अर्थ है कि वह ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर है|
[बदलें] लोकप्रिय - ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर
कुछ लोकप्रिय ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर निम्न हैं|
१. आपरेटिंग सिस्टम वह साफटवेयर होता है जो किसी कमप्यूटर के हार्डवेयर में समंव्य लाता है तथा कम्प्यूटर को चलाता है मुख्यत: तीन तरह के आपरेटिंग सिस्टम हैं विन्डोज़ की तरह के: यह दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है यूनिक्स की तरह के: इसमें कई तरह के आपरेटिंग सिस्टम हैं इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय लिनेक्स (Linux) [[3]] है| इसका ग्राफिकल इन्टरफेस विन्डोज़ की तरह का है परन्तु दोनों में तकनीक की भिन्नता है| मैं खुद लिनक्स के कमप्यूटर पर काम करता हूं और मैं नहीं समझता कि इसमें काम करने में विन्डोज़ से ज्यादा मुश्किल होती है| मैक/ औ.एस. की तरह के: परसनल कमप्यूटर की शुरूआत इन्हीं से हुई थी तथा चलाने में यह सबसे आसान हैं| अपने देश में तो नहीं, पर बाहर के देशों में ज्यादा लोकप्रिय है| बरक्ले यूनिक्स, यूनिक्स का ही रूप है| मैक सिस्टम में बरक्ले यूनिक्स का काफी योगदान है|
ओ.एस.-२, आई.बी.एम. के द्वारा निकाला हुआ आपरेटिंग सिस्टम था पर अब यह नही चल रहा है| यह भी अपने में विचारणीय प्रश्न है कि ओ.एस.-२ बहुत अच्छा आपरेटिंग सिस्टम होने के बाद क्यों नही चला तथा मैक भी इतना आसान आपरेटिंग सिस्टम होने के बाद भी विन्डोज़ की तरह क्यों नहीं लोकप्रिय है | इसकी वृस्तित चर्चा तो फिर कभी करेंगे पर अभी तो केवल इतना ही कि यूनिक्स के अधिकतर रूप ओपेन सोर्स साफटवेयर हैं| लिनेक्स ओपेन सोर्स साफटवेयर है और जी.पी.एल. के अन्दर प्रकाशित है|
सोलैरिस भी यूनिक्स पर आधारित आपरेटिंग सिस्टम है| यह पहले सन माईक्रो-सिस्टम का मालिकाना साफ्टवेर था पर जनवरी २००५ से यह ओपेन सोर्स साफटवेयर हो गया है और CDDL के अन्दरगत प्रकाशित किया गया है| २. फायरफौक्स(Firefox), थन्डरबर्ड(Thunderbird) तथा सनबर्ड (Sunbird) मौज़िला फाउन्डेशन के साफटवेयर हैं | यह मौज़िला प्बलिक लाईसेंस के अन्दर प्रकाशित है| यह लिनेक्स तथा विन्डोज़ दोनों पर चलते हैं फायरफौक्स, इन्टरनेट एक्सप्लोरर की तरह वेब ब्राउजर है| थन्डरबर्ड, आउटलुक एक्सप्रेस की तरह ई-मेल भेजने व पाने के लिये साफटवेयर है| सनबर्ड, माइक्रोसौफ्ट आउटलुक की तरह का ई-मैनेजर है|
३. जिम्प (GIMP): यह फोटो ठीक करने का फोटोशौप की तरह का सौफ्टवेयर है| यह जी.पी.एल. के अन्दर प्रकाशित है| यह लिनक्स एवं विन्डोज़ दोनों पर चलता है|
४. ओपेन आफिस डाट ओर्ग (OpenOffice.Org): यह एल.जी.पी.एल. के अन्दर प्रकाशित है| यह माइक्रोसौफ्ट औफिस की तरह का सौफ्टवेयर है तथा आफिस में कार्य आने वाले सारे कार्य कर सकता है| यह विन्डोज़ तथा लिनेक्स दोनों पर चलता है| यह माइक्रोसॉफ्ट औफिस में बनाये गये अलग-अलग तरह के फौरमेट (Format) के दस्तावेजों, प्रस्तुतीकरण को खोल सकता है तथा उसी फौरमेट में सुरक्षित कर सकता है|
५. एपाचे (Apache): यह वेब सरवर के लिये सबसे ज्यादा लोकप्रिय साफटवेयर है|
यदि आप विन्डोज़ में काम करते हैं तथा लिनेक्स पर जाने की बात सोचते हैं तो आप ओपेन आफिस डाट और्ग, फायरफौक्स, थन्डरबर्ड,सनबर्ड और जिम्प पर काम करके देखें|
[बदलें] ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर: परिवर्णी शब्द ( acronym)
जब हम लोग ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर की बात कर रहे हैं तो उन तीन परिवर्णी शब्द ( acronym) की बात कर ली जाय जो इस सम्बन्ध में प्रयोग किये जाते हैं FOSS FLOSS LAMP
FOSS/ FLOSS: फ्री सौफ्टवेर, ओपेन सोर्स सौफ्टवेर है पर हर ओपेन सोर्स सौफ्टवेर, फ्री सौफ्टवेर नहीं है| फ्री सौफ्टवेर के लिये उसे जी.पी.एल. लाइसेंस के अन्दर प्रकाशित होना होगा पर ओपेन सोर्स सौफ्टवेर कई अन्य तरह के लाइसेंस के अन्दर भी प्रकाशित हो सकता है| दोनों में अन्तर तो है पर सम्बन्ध भी गहरा है| फ्री सौफ्टवेर से ही यह सब शुरू हुआ है इसलिये ऐसे सौफ्टवेर को Free Open Source Software या छोटे में FOSS कहा जाता है|
यहां फ्री शब्द का अर्थ स्वतंत्रता से है पर फ्री शब्द का अर्थ बिना पैसे के भी होता है इसलिये फ्री शब्द का प्रयोग कुछ चक्कर में डाल देता है| फ्रेंच भाषा में दो अलग-अलग शब्द हैं Gratis जिसका अर्थ बिना पैसे के होता है Libre जिसका अर्थ स्वतंत्रता से होता है इसलिये लोग अक्सर Free/Libre Open Source Software या FLOSS का प्रयोग करते हैं
LAMP: ओपेन सोर्स सौफ्टवेर के चार मुख्य स्तम्भ हैं: Linux Appache MySQL Python, Perl, PHP इत्यादि
लिनेक्स तथा एपैचे के बारे में पहिले चर्चा हो चुकी है| MySQL एक डाटा-बेस प्रबंध करने का प्रोग्राम है| Python, Perl, PHP इत्यादि स्क्रिप्टिंग तथा प्रोग्राम लिखने की कमप्यूटर भाषायें हैं इन्हीं के पहले अक्षर को छोटा कर के LAMP शब्द बना है| आने वाला कल हो सकता है कि इसी LAMP से उज्जवलित हो इसलिये ओपेन सोर्स सौफ्टवेर को किनारे न कीजिये, ध्यान में रखिये|
[बदलें] ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर: महत्व
१. बौद्धिक सम्पदा अधिकार नहीं: ओपेन सोर्स सौफ्टवेर की सबसे महत्वपूर्ण बात इनका बौद्धिक सम्पदा अधिकार के साथ रिशता है| इसको लिखने वाले इनमे कोई भी बौद्धिक संपदा अधिकार क्लेम नहीं करते हैं यह बात इस तरह से स्पष्ट है कि इसे लिखने वाले स्वयं कहते हैं कि जो चाहे तो इसका प्रयोग कर सकता है, वितरित कर सकता है तथा संशोधित कर सकता है| यह सच है कि इस शताब्दी में लड़ाईयां पानी तथा तेल पर होंगी पर बहुत सी लड़ाईयां बौद्धिक संपदा अधिकारों को लेकर होंगी| ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर का प्रयोग करने से बौद्धिक संपदा अधिकार के झगडों से बचा जा सकता है|
२. बौद्धिक सम्पदा अधिकार: जब कोई व्यक्ति मालिकाना सौफ्टवेयर पर काम करता है तो वह मालिकाना सौफ्टवेयर के बौद्धिक संपदा अधिकारों को बढ़ाता करता है, पर जब वह ओपेन सोर्स सौफ्टवेर पर काम करता है तब वह अपने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों को बढ़ाता है या कम से कम किसी और के नहीं| वह अपने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों को बढ़ा रहा है या किसी के भी नहीं बढ़ा रहा है, यह उस ओपेन सोर्स सौफ्टवेर की लाईसेंस की शर्तों के ऊपर निर्भर करता है| हमारा देश दुनिया के सारे देशों में सौफ्टवेर के मामले में आगे हैं और यह विचारणीय प्रश्न है कि किसके बौद्धिक सम्पदा अधिकारो को मजबूत किया जाना चाहिये|
३. कापीराइट का कोई अतिक्रमण नहीं: ओपेन सोर्स साफटवेयर में किसी को भी कापीराइट का अधिकार नहीं होता है, इसलिये उसको प्रयोग करने से किसी के भी कापीराइट का अतिक्रमण नहीं होता है| अक्सर जब आप किसी के मालिकाना साफटवेयर को बिना पैसा दिये प्रयोग करते हैं या एक कापी लेकर एक से अधिक कमप्यूटर में प्रयोग करते हैं तो आप उसके कापीराइट अधिकार का उल्लंघन करते हैं| यह कानूनी तौर पर गलत है इसमे जेल भी हो सकती है और हर्जाना देना पड़ सकता है| यदि ओपेन सोर्स सौफ्टवेर का प्रयोग किया जाता है तो कभी कानून का उल्लंघन नहीं होता है| इसका प्रयोग बिना किसी अपराध भावना के किया जा सकता है|
४. व्यय में कमी: ओपेन सोर्स सौफ्टवेर के लिये कोई भी रायल्टी नहीं ली जा सकती है| इसलिये इसका प्रयोग करने से हमेशा खर्च कम होता है| यदि कोई योजना शुरू की जाय तो ओपेन सोर्स सोर्स सौफ्टवेर प्रयोग करने से उसका खर्च हमेशा कम रहेगा|
५. सौफ्टवेर के दाम में कमी: चूंकि ओपेन सोर्स सौफ्टवेर के लिये कोई भी रायल्टी नहीं ली जा सकती है तथा इसके प्रयोग करने से खर्च कम होता है इसलिये बहुत से मालिकाना सौफ्टवेर के मालिकों ने भी अपने दाम कम किये हैं|
६. मनपसंद किया जा सकता है: ओपेन सोर्स सौफ्टवेर को हमेशा संशोधित किया जा सकता है इसलिये आप इसे हमेंशा मनपसन्द बना सकते हैं| यह मालिकाना सौफ्टवेर में तब तक सम्भव नहीं है जब तक कि मालिकाना सौफ्टवेर का मालिक स्वयं न चाहे| ओपेन सोर्स सौफ्टवेर को आप जिस भाषा में चाहे उसमें प्रयोग कर सकते हैं| हमारे देश की बहुत कम जनसंख्या अंग्रेजी जानती है| ज्यादातर लोग मार्तभाषा का प्रयोग करते हैं यदि हम लोगों को मार्तभाषा में कमप्यूटर दे सके तो सूचना प्रौद्योगिकी को जन-जन तक ले जाया जा सकता हैं और यह सूचना प्रौद्योगिकी को तेजी से ऊंचाई तक ले जाने में हमारी सहायक हो सकती है| इसी लिये इस समय कई मालिकाना सौफ्टवेरों ने भी हिन्दीमय होने का फैसला किया है|
७. वायरस नहीं: वायरस एक तरह का कमप्यूटर प्रोग्राम होता है जो कि दूसरे कमप्यूटर या कमप्यूटर के डाटा को प्रभावित करता है| ओपेन सोर्स सौफ्टवेर में भी वायरस हो सकता है परन्तु यह मालिकाना सौफ्टवेर के मुकाबिले नगण्य है| कमप्यूटर वैज्ञनिकों के अनुसार चूंकि ओपेन सोर्स सौफ्टवेर खुला है इसलिये ज्यादा स्थायी है परन्तु मैं इसके बारे में इससे अधिक कहना ठीक नहीं समझता क्योंकि यह तकनीक का विषय है और कमप्यूटर तकनीक से सम्बन्धित लोग इस बारे में ज्यादा अच्छा बता सकते हैं|
[बदलें] लिनूस टोरवाल्डस तथा बिल गेट्स के विचार
लिनूस टोरवाल्डस, जो लिनेक्स के जन्मदाता हैं, ने अपनी जीवनी डेविड डाईमन्ड के साथ लिखी है| इसका नाम है 'Just for Fun: the Story of an Accidental Revolutionary’| यह बहुत अच्छी पुस्तक है तथा इसे पढने से जीवन में आगे बढने की प्रेरणा मिलती है वह इस पुस्तक मे ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर के बारे में कहते हैं,
‘The GPL and open source model allows for the creation of the best technology. … It also prevents the hoarding of technology and ensures that anyone with interest won’t be excluded from its development. … So open source would rather use the legal weapon of copyright as an invitation to join in the fun, rather than as a weapon against others. It’s still the same old mantra: Make Love, Not War, except on a slightly more abstract level. … Imagine an intellectual property law that actually took other people’s rights into account, too. Imagine IP laws that encouraged openness and sharing. Laws that say sure, you can still have your secrets, whether they be technological or religious, but that doesn’t mandate legal protection for such secrecy.’
जब हम लोग बात ओपेन सौफ्टवेयर में कुछ फायदे के बारे में कर रहे है तो बहुत अच्छा होगा कि कुछ दूसरा पक्ष भी देखें| बिल गेट्स, विन्डोज़ के जन्मदाता हैं| उन्होंने ‘The Road Ahead’ पुस्तक लिखी है| यह पुस्तक भी बहुत अच्छी है| अपने नाम के मुताबिक यह बताती है कि सूचना प्रद्योगिकी भविष्य में किस तरफ जायेगी| इसमें कई मुश्किल सवालों को बहुत आसानी से समझाया गया है| इसमें वे फ्री सौफ्टवेयर की कमियों को इस तरह से वर्णन करते हैं,
'In addition to free information, there's a lot of free software on the Internet today, some of it quite useful. Sometimes it's commercial software given away as part of a marketing campaign. Other times the software has been written as a graduate student project or at a government-funded lab. But I think consumer desire for quality, support, and comprehensiveness in important software applications means that the demand for commercial software will continue to grow. Already many of the students and faculty members who wrote free software at their universities are busy writing business plans for start-up companies that will provide commercial versions of their software with more features, not to mention customer support and maintenance.'
यह तो कहना मुश्किल है कि सौफ्टवेयर उद्योग किस तरफ जायेगा परन्तु दुनिया के बहुत सारे देश तथा व्यापार घराने ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर को अपना हिस्सा बना रहे हैं | हम इस समय एक दोराहे पर खड़े हैं और एक ऐसी स्थिति मे हैं कि सूचना प्रद्योगिकी को नया मोड़ दे सकते हैं| हमारी अंग्रेजी अच्छी है, गणित मे तो हम हमेशा से अच्छे थे| सूचना प्रद्योगिकी के इन्जीनियरों की हमारे पास कमी नहीं है| यदि हम ओपेन सोर्स सौफ्टवेयर की शक्ति को समझ सके, उसको साज़ कर सके, तो शक नहीं कि हम इस गाने के
बुरी नजर न हमपर डालो|
चाहे जितना जोर लगा लो,
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी|दूसरे आखरी शब्द 'होंगे' को 'हैं' मे बदल सकेंगे