ईश्वर
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
परमेश्वर वो सर्वोच्च परालौकिक शक्ति है जिसे इस संसार का सृष्टा और शासक माना जाता है । हिन्दी में परमेश्वर को भगवान, परमात्मा या परमेश्वर भी कहते हैं । प्रत्येक संस्कृति में परमेश्वर की परिकल्पना ब्रह्माण्ड की संरचना से जुडी हुई है।
ये लेख देवताओं के बारे में नहीं है।
अनुक्रम |
[संपादित करें] धर्म और दर्शन में परमेश्वर की अवधारणाएँ
[संपादित करें] हिन्दू धर्म
वेद के अनुसार व्यक्ति के भीतर पुरुष ईश्वर ही है। परमेश्वर एक ही है। वैदिक और पाश्चात्य मतों में परमेश्वर की अवधारणा में यह गहरा अन्तर है कि वेद के अनुसार ईश्वर भीतर और परे दोनों है जबकि पाश्चात्य धर्मों के अनुसार ईश्वर केवल परे है। ईश्वर परब्रह्म का सगुण रूप है।
वैष्णव लोग विष्णु को ही ईश्वर मानते है, तो शैव शिव को ।
योग सूत्र में पातन्जलि लिखते है - "क्लेशकर्मविपाकाशयॅर्परामृष्टः पुरुषविशेष ईश्वरः"। हिन्दु धर्म में यह ईश्वर की एक मान्य परिभाषा है। (उपयुक्त अनुवाद उपलब्ध नहीं है।)
[संपादित करें] इस्लाम धर्म
वो ईश्वर को अल्लाह कहते हैं ।
[संपादित करें] ईसाई धर्म
इनके मुताबिक ईश्वर एक में तीन है और साथ ही साथ तीन में एक है -- परमपिता, ईश्वरपुत्र ईसा मसीह और पवित्र आत्मा ।
[संपादित करें] नास्तिकता
नास्तिक लोग और नास्तिक दर्शन ईश्वर को झूठ मानते हैं ।
ये लेख अपनी प्रारम्भिक अवस्था में है, यानि कि एक आधार है। आप इसे बढ़ाकर विकिपीडिया की मदद कर सकते है।