कालिदास
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
संस्कृत के महाकवि और प्रसिद्ध नाटककार कालिदास के जन्म के समय और स्थान के विषय में बहुत मतभेद है। आपका जन्म विक्रम संवत की पहली शताब्दी से छठे ईस्वी संवत तक माना जाता है। कई विद्वान इसलिये ५० ईपू उनका काल मानते हैं क्योंकि उन्होंने उस काल के राजा अग्निमित्र के बारे में नाटक लिखा। उनका नाम अमर है और उनका स्थान वाल्मीकि और व्यास की परम्परा में है।
कलिदास अपनी अलंकार युक्त सुंदर सरल और मधुर भाषा के लिये विशेष रूप से जाने जाते हैं। उनके ऋतु वर्णन अद्वितीय हैं और उनकी उपमाएं बेमिसाल। संगीत उनके साहित्य का प्रमुख अंग है और रस का सृजन करने में उनकी कोई उपमा नहीं। उन्होंने अपने शृङ्गार रस प्रधान साहित्य में मी साहित्यिक सौन्दर्य के साथ साथ आदर्शवादी परंपरा और नैतिक मूल्यों का समुचित ध्यान रखा है।
[बदलें] प्रमुख रचनाएं
- महा काव्य : रघुवंशम् और कुमारसंभवम्
- खण्ड काव्य : मेघदूतम् और ऋतुसंहार
- नाटक : अभिज्ञान शाकुन्तलम्, विक्रमोवशीर्यम् और मालविकाग्निमित्रम्।