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Erster in der Saison 1991/92 der deutschen Fußball-Bundesliga und somit Deutscher Meister der Herren wurde der VfB Stuttgart. Die Liga wurde von 18 auf 20 Mannschaften aufgestockt, da die beiden Tabellenersten aus der DDR-Oberliga, seit der Wiedervereinigung Oberliga Nordost genannt, eingegliedert wurden. Das betraf Hansa Rostock und Dynamo Dresden. Um in der Folgesaison den Spielbetrieb wieder auf 18 Mannschaften zu reduzieren, stiegen vier Mannschaften ab.
Zu Beginn der Saison konnte Hansa Rostock überraschen. Unter Trainer Uwe Reinders erlangte der Verein direkt nach dem ersten Spieltag nach einem 4:0 gegen den 1. FC Nürnberg die Tabellenführung; bis zum 7. Spieltag standen sie insgesamt fünf Mal auf Platz Eins. Im Laufe der Saison wurden sie dann jedoch nach unten durchgereicht und stiegen nach dem letzten Spieltag sogar ab. Die meiste Zeit der Saison standen Eintracht Frankfurt oder Borussia Dortmund an der Tabellenspitze. Zum Saisonabschluss entwickelte sich ein Dreikampf zwischen Eintracht Frankfurt, dem VfB Stuttgart und Borussia Dortmund.
Bemerkenswert ist das Abschneiden des Rekordmeisters Bayern München. Der 10. Platz mit negativem Punktestand und Tordifferenz ist die schlechteste Saisonbilanz seit der Saison 1977/78. Auch in den Folgejahren standen die Münchner nie mehr auf einem derartigen Tabellenplatz.
Vor dem letzten Spieltag standen die drei Mannschaften aus Frankfurt, Stuttgart und Dortmund punktgleich an der Tabellenspitze, der 1. FC Kaiserslautern als Tabellenvierter lag sechs Punkte zurück.
Im Verlaufe des letzten Spieltags drehte sich die Situation mehrmals. Tabellenführer Frankfurt, der bei Hansa Rostock antreten musste, geriet mit 0:1 in Rückstand. Ein Sieg hätte den Hessen genügt, da ihr Torverhältnis deutlich besser war als das der Konkurrenten. Dortmund hatte die schlechteste Tordifferenz und hätte nur bei einem Punktverlust beider Konkurrenten auf eine Meisterschaft hoffen können. Diese Hoffnung wurde jedoch kurzzeitig erfüllt, da Stuttgart bei Bayer 04 Leverkusen das 0:1 hinnehmen musste und die Frankfurter gegen Rostock ausglichen, Dortmund führte zu dem Zeitpunkt beim MSV Duisburg mit 1:0. Im Verlauf der 90 Minuten konnte die Eintracht das Spiel nicht mehr drehen und verlor sogar mit 1:2. Stuttgart glich seinerseits aus. So konnten sich die Dortmunder bis kurz vor Spielende auf die Meisterschaft freuen, ehe in der 86. Spielminute Stuttgart durch Guido Buchwald das Führungstor gelang. Mit dem 2:1-Sieg gegen Leverkusen wurde der VfB Stuttgart Deutscher Fußballmeister 1991/92.
Unvergessen bleibt auch der Ausspruch von Frankfurts Trainer Dragoslav Štepanović: „Lebbe geht weider.“
Die Kreuztabelle stellt die Ergebnisse aller Spiele dieser Saison dar. Die Heimmannschaft ist in der linken Spalte aufgelistet und die Gastmannschaft in der obersten Reihe.
1991/1992 |
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1. |
VfB Stuttgart |
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4:2 |
1:2 |
1:0 |
4:1 |
2:0 |
2:0 |
1:0 |
1:1 |
3:2 |
1:0 |
3:2 |
0:1 |
1:1 |
4:1 |
1:1 |
3:1 |
3:0 |
2:0 |
3:1 |
2. |
Borussia Dortmund |
0:0 |
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2:2 |
3:1 |
3:1 |
3:1 |
3:2 |
1:0 |
2:1 |
3:0 |
2:0 |
2:2 |
2:2 |
4:0 |
1:1 |
1:1 |
3:1 |
4:1 |
2:1 |
3:1 |
3. |
Eintracht Frankfurt |
1:1 |
3:0 |
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1:2 |
2:0 |
0:1 |
2:2 |
1:1 |
2:2 |
3:2 |
5:0 |
2:1 |
0:0 |
3:0 |
2:1 |
1:1 |
6:1 |
2:0 |
3:0 |
1:1 |
4. |
1. FC Köln |
1:1 |
1:2 |
1:1 |
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1:1 |
1:1 |
4:0 |
2:3 |
5:0 |
1:1 |
3:0 |
0:0 |
1:1 |
1:1 |
1:0 |
1:1 |
0:0 |
3:1 |
1:1 |
4:1 |
5. |
1. FC Kaiserslautern |
0:0 |
4:0 |
1:1 |
2:1 |
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2:1 |
3:0 |
3:0 |
2:2 |
4:0 |
1:1 |
0:0 |
4:2 |
4:1 |
1:1 |
3:2 |
4:3 |
3:0 |
2:1 |
2:0 |
6. |
Bayer 04 Leverkusen |
1:2 |
0:2 |
1:3 |
1:1 |
3:0 |
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0:1 |
2:0 |
0:0 |
2:1 |
2:1 |
1:1 |
1:0 |
4:0 |
2:0 |
6:1 |
3:1 |
3:0 |
2:1 |
1:1 |
7. |
1. FC Nürnberg |
4:3 |
2:1 |
1:3 |
4:0 |
3:2 |
1:0 |
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1:2 |
1:0 |
1:1 |
0:1 |
1:1 |
2:1 |
1:1 |
1:0 |
3:1 |
2:0 |
0:0 |
1:1 |
3:1 |
8. |
Karlsruher SC |
0:0 |
2:2 |
0:2 |
0:1 |
2:1 |
0:0 |
1:0 |
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2:1 |
3:0 |
1:0 |
4:1 |
2:0 |
1:0 |
1:1 |
1:2 |
3:1 |
2:1 |
2:2 |
1:5 |
9. |
SV Werder Bremen |
1:1 |
0:1 |
1:0 |
1:3 |
0:2 |
1:1 |
1:3 |
0:0 |
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1:1 |
2:1 |
1:1 |
0:0 |
2:0 |
3:0 |
2:2 |
1:3 |
1:0 |
5:1 |
2:1 |
10. |
FC Bayern München |
1:0 |
0:3 |
3:3 |
0:0 |
1:0 |
2:2 |
1:3 |
1:0 |
3:4 |
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3:2 |
2:0 |
3:0 |
1:2 |
0:2 |
5:2 |
1:4 |
1:2 |
4:2 |
3:1 |
11. |
FC Schalke 04 |
0:1 |
5:2 |
1:1 |
3:0 |
2:0 |
0:0 |
1:0 |
3:1 |
0:0 |
1:1 |
|
0:0 |
3:1 |
1:1 |
2:1 |
1:1 |
1:2 |
5:0 |
3:0 |
0:0 |
12. |
Hamburger SV |
1:1 |
1:1 |
2:1 |
1:1 |
0:1 |
1:1 |
0:2 |
0:1 |
0:1 |
1:0 |
2:1 |
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1:0 |
2:0 |
0:0 |
0:1 |
0:3 |
1:0 |
1:1 |
1:1 |
13. |
Borussia Mönchengladbach |
0:1 |
1:1 |
1:1 |
2:2 |
1:0 |
2:2 |
1:0 |
1:0 |
0:2 |
1:1 |
1:1 |
1:0 |
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1:0 |
1:2 |
1:0 |
2:1 |
1:1 |
0:0 |
3:1 |
14. |
1. FC Dynamo Dresden |
1:0 |
0:0 |
2:1 |
0:0 |
0:1 |
1:0 |
1:2 |
2:0 |
2:1 |
0:2 |
2:1 |
3:0 |
1:2 |
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0:0 |
3:0 |
2:2 |
2:1 |
0:0 |
2:0 |
15. |
VfL Bochum |
0:2 |
0:0 |
0:0 |
2:2 |
0:0 |
0:2 |
0:3 |
1:3 |
2:2 |
0:5 |
1:0 |
2:3 |
3:1 |
1:0 |
|
1:1 |
2:2 |
3:2 |
2:1 |
3:0 |
16. |
SG Wattenscheid 09 |
1:3 |
0:1 |
2:4 |
1:2 |
1:0 |
3:0 |
1:1 |
1:1 |
0:1 |
0:0 |
1:2 |
1:1 |
3:2 |
3:0 |
1:2 |
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4:1 |
0:0 |
2:0 |
4:1 |
17. |
Stuttgarter Kickers |
1:3 |
0:1 |
0:2 |
0:3 |
1:1 |
0:1 |
3:1 |
1:1 |
2:1 |
2:4 |
1:1 |
1:1 |
3:0 |
0:0 |
2:0 |
3:0 |
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1:1 |
0:1 |
0:1 |
18. |
FC Hansa Rostock |
2:0 |
5:1 |
2:1 |
1:1 |
0:1 |
2:2 |
4:0 |
1:2 |
0:0 |
2:1 |
2:0 |
1:2 |
2:1 |
3:0 |
0:2 |
1:1 |
2:2 |
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0:0 |
3:1 |
19. |
MSV Duisburg |
1:0 |
0:1 |
3:6 |
1:3 |
1:1 |
1:2 |
3:0 |
6:2 |
0:0 |
1:1 |
2:0 |
0:1 |
1:1 |
3:0 |
1:1 |
0:0 |
1:1 |
2:0 |
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2:2 |
20. |
Fortuna Düsseldorf |
0:3 |
1:1 |
1:2 |
1:3 |
1:0 |
1:1 |
1:2 |
2:3 |
0:0 |
0:1 |
1:1 |
1:0 |
1:1 |
1:3 |
3:0 |
4:3 |
1:3 |
0:0 |
1:1 |
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[Bearbeiten] Die Meistermannschaft VfB Stuttgart
Eike Immel, Eberhard Trautner; Guido Buchwald, Slobodan Dubajic, Michael Frontzeck, Nils Schmäler, Thomas Schneider, Günther Schäfer, Alexander Strehmel; Andreas Buck, Maurizio Gaudino, Marc Kienle, Ludwig Kögl, Matthias Sammer, Jovica Simanic; Manfred Kastl, Olaf Schmäler, Eyjólfur Sverrisson, Fritz Walter.