एस्पेरान्तो
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[बदलें] इस विभाग में आप पढ़ सकते हैं :
- एस्पेरान्तो: अकसर पूछे जाने वाले कुछ सवाल
- एस्पेरान्तो का प्राग इश्तिहार
[बदलें] एस्पेरान्तो: अकसर पूछे जाने वाले कुछ सवाल
एस्पेरान्तो क्या है?
एस्पेरान्तो किसने बनायी?
एस्पेरान्तो की ख़ूबियाँ
एस्पेरान्तो कैसे सीखी जा सकती है?
एस्पेरान्तो क्या है?
अलग-अलग मातृ भाषाएँ बोलने वालों के लिये एस्पेरान्तो एक सामूहिक, आयोजित, सरल भाषा है। इस भाषा के कयी मूल सिद्धांत आप एस्पेरान्तो के प्राग इश्तिहार में पढ़ सकते हैं।
एस्पेरान्तो किसने बनायी?
वारसा (पोलैन्ड, तब रूस में) के L. L. ज़ामेनहोफ़ ने १८७७-१८८५ के बीच में एस्पेरान्तो का निर्माण किया। ज़ामेनहोफ़ के बारे में कुछ और आप अंग्रेज़ी में यहाँ पढ़ सकते हैं: http://en.wikipedia.org/wiki/Zamenhof
एस्पेरान्तो की ख़ूबियाँ
१) अन्तर्राष्ट्रीय: एस्पेरान्तो सबसे ज़्यादा काम तब आती है जब अलग-अलग मातृ भाषाएँ बोलने वाले लोग मिलते हैं। आज दुनिया भर में एस्पेरान्तो बोलने वालों की संख्या लाखों में है।
२) समानता: जब आप एस्पेरान्तो बोलते हैं, तो आप अपने आप को सबके समान महसूस करतें हैं क्योंकि जिनसे आप बोल रहे हैं उन्होंने भी आप ही की तरह एस्पेरान्तो सीखने का प्रयास किया है।
३) तटस्थ: एस्पेरान्तो किसी एक जाति या देश की अमानत नहीं है। इसलिए यह एक तटस्थ भाषा के रूप में काम करती है।
४) सरलता: एस्पेरान्तो इस तरह तैयार की गयी है कि यह भाषा सीखना बाकी भाषाओं की तुलना में बहुत आसान है। व्याकरण पर (अंग्रेज़ी में) एक टिप्पणी: http://en.wikipedia.org/wiki/Esperanto_grammar
५) जीती ज़बान: अन्य भाषाओं की तरह ही एस्पेरान्तो का भी विकास होता आया है, और इस ज़बान में हमारे सभी विचारों और जज़बातों को व्यक्त किया जा सकता है। इन्टरनेट पर एस्पेरान्तो साहित्य के कयी नमूने हैं, और http://en.wikipedia.org/wiki/Esperanto_culture पर एस्पेरन्तो संस्कृति के बारे में (अंग्रेज़ी में) दो शब्द।
एस्पेरान्तो कैसे सीखी जा सकती है?
फ़िलहाल एस्पेरान्तो सीखने के 'औज़ार' हिन्दी में उप्लब्ध नहीं हैं। हिन्दी बोलने वाले किसी और भाषा के द्वारा ही एस्पेरान्तो सीख सकते हैं -- अंग्रेज़ी और अन्य विदेशी भाषाओं के द्वारा तो एस्पेरान्तो इन्टरनेट पर भी (मुफ़्त!) सीखी जा सकती है। एक नज़र इन पन्नों पर डालिये: http://www.lernu.net और http://www.ikurso.net.
बाकी, अगर यह ज़बान भारतीय भाषाओं में किताबों से सीखनी हो, तो मराठी में 'सामग्री' केलिए श्री अनिरुद्ध बनहट्टी को लिखिए। उनका पता:
S-ro Aniruddha BANHATTI (anibani@rediffmail.com), B-3, Kanchan Nagari, Katraj, Pune 411046, Tel: +91-20-4375562
तेलुगु और अंग्रेज़ी में पाठ्य-पुस्तकों के लिए लिखिए डा. रंगनायकुलु को:
D-ro P V RANGANAYAKULU (ranganayakulu@hotmail.com; pvranga@rediffmail.com), asista profesoro, 46 Junior Officers' Quarters, Behind TTD Admn Bldgs, KT Road, Tirupati 517 501, Andhra Pradesh. Tel: (Oficejo) +91 877 2222 123. (Hejmo) +91 877 2232 242.